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प्लैनेटरी नेब्युला क्या होता है?What is Planetary Nebula?

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 क्या होती है प्लैनेटरी नेब्युला? नेब्युला (English: Nebula)  (इन्टरस्टॅलर स्पेस) मतलब सोलर सिस्टम के दायरे के बाहर  में स्थित ऐसे इंटर्सटेलर  बादल को कहते हैं जिसमें धूल, हाइड्रोजन गैस, हीलियम गैस और अन्य आयोनाइज़्ड प्लाज़्मा गैसे उपस्थित हों। ... नेबुला में अक्सर तारे और ग्रहीय मण्डल जन्म लेते हैं।   नेबूला का वजूद बिग बैंग के बाद से ही है। इन्हीं से तारो का जन्म होता है। और तारो के मरने के बाद भी नेब्युला का निर्माण होता है।      जिनसे तारों का निर्माण होता है उसे प्रोटोटाइप नेब्युला कहते है, तथा जो तारो की मृत्यु के बाद बनता है उसे प्लैनेटरी नेब्युला  कहते हैं। फोटो- रिंग नेब्यूला      और आज इस आर्टिकल में हम प्लैनेटरी नेब्यूला के बारे में जानेंगे। प्लानेटरी नेबयुला कैसे बनता है? प्लैनेटरी नेब्युला को जानने से पहले आपको एक तारे के जीवन के बारे में जानना चाहिए।  तारे मुख्यतः दो टाइप के होते है।   1).एक जो साइज और द्रव्यमान में बहुत बड़े होते है।  2).दूसरा जो हमारे सूर्य जितने बड़े होते हैं।   चलिए ...

शुक्र (Venus) पर दिख रही है जीवन की ठोस संभावना।

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  शुक्र ग्रह (Venus) पर दिख रही है जीवन की ठोस संभावना     यह सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन ये सच है। हाल ही में Nature Astronomy   में प्रकाशित   एक रिपोर्ट(14 Sep 20) के अनुसार शुक्र के वायुमंडल के बादलों में फ़ास्फीन गैस (PH 3 )के अणु पाए गए है। शुक्र का गहन अध्ययन बहुत पहिले से किया जा रहा है, परन्तु इस बार के रेडियो टेलीस्कोप से मिली जानकारी के अनुसार शुक्र की सतह पर फास्फिन मोलेक्यूल की स्पेक्ट्रम सिग्नेचर का पता लगाया गया है।   कैसे पता लगाया गया जीवन का पता ? वेल्स कार्डिफ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता और अंतरिक्ष वैज्ञानिक जेम्स ग्रीव्स और उनके सह कर्मी वैज्ञानिकों ने हवाई के मौना केआ में स्थित ऑब्जर्वेटरी के टेलिस्कोप The James Clerk Maxwell Telescope(JCMT)   तथा चिली में स्थित Atacama Large Millimetre/submillimetre Array ( ALMA ) टेलीस्कोप द्वारा शुक्र पर  निगरानी  रखे हुए थे। इसी दौरान उन्हें शुक्र ग्रह के ऊपरी वायुमंडल में फस्फीन गैस के मोलेक्युल के स्पेक्ट्रम सिग्नेचर का पता चला। जिससे ये ठोस संभावित है कि व...

बौना ग्रह सेरेस पर मिला खारे जल का भंडार।

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    हाल ही में ताजे रिसर्च के मुताबिक 10 अगस्त 2020 को NASA के तरफ से एक आर्टिकल में दी गई जानकारी के अनुसार बौने ग्रह सेरेस पर खारे पानी का Underground भंडार मिला है जो कि बौने ग्रह(Dwarf Planet) सेरेस की सतह से 40 किलोमीटर नीचे है।     यह जानकारी  NASA   द्वारा भेजे गए अंतरिक्ष यान DAWN SPACECRAFT   द्वारा Occator Crator के महज 35 कम उचाई से लिए गए सर्वे के DATA के वैज्ञानिक निष्कर्ष  से प्राप्त हुई ।  क्या है डॉन स्पेसक्राफ्ट (DAWN SPACECRAFT)? डॉन स्पेसक्राफ्ट को NASA ने अपने एक विजनरी मिशन के लिए भेजा था। इस स्पेसक्राफ्ट को 27 सितंबर 2007 को मुख्यता Vesta (वेस्टा ) और Ceres( सेरेस) के अध्ययन के लिए भेजा गया था  जो कि मेन एस्टेरॉयड बेल्ट में सूर्य की परिक्रमा करते हैं।   यह Spacecraft 2015 में सेरेस पहुंचा था। तथा 1 नवंबर  2018 को रिटायर कर दिया गया था लेकिन यह अभी भी अनियंत्रित अवस्था में टारगेट 2 पर  काम कर रहा है। नीचे दिए फोटो में  आप इसे देख सकते है   सेरेस है क्या?...