बौना ग्रह सेरेस पर मिला खारे जल का भंडार।

    हाल ही में ताजे रिसर्च के मुताबिक 10 अगस्त 2020 को NASA के तरफ से एक आर्टिकल में दी गई जानकारी के अनुसार बौने ग्रह सेरेस पर खारे पानी का Underground भंडार मिला है जो कि बौने ग्रह(Dwarf Planet) सेरेस की सतह से 40 किलोमीटर नीचे है।


    यह जानकारी  NASA  द्वारा भेजे गए अंतरिक्ष यान DAWN SPACECRAFT  द्वारा Occator Crator के महज 35 कम उचाई से लिए गए सर्वे के DATA के वैज्ञानिक निष्कर्ष  से प्राप्त हुई ।


 क्या है डॉन स्पेसक्राफ्ट (DAWN SPACECRAFT)?

डॉन स्पेसक्राफ्ट को NASA ने अपने एक विजनरी मिशन के लिए भेजा था। इस स्पेसक्राफ्ट को 27 सितंबर 2007 को मुख्यता Vesta (वेस्टा ) और Ceres( सेरेस) के अध्ययन के लिए भेजा गया था  जो कि मेन एस्टेरॉयड बेल्ट में सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
  यह Spacecraft 2015 में सेरेस पहुंचा था। तथा 1 नवंबर  2018 को रिटायर कर दिया गया था लेकिन यह अभी भी अनियंत्रित अवस्था में टारगेट 2 पर  काम कर रहा है। नीचे दिए फोटो में  आप इसे देख सकते है

 

सेरेस है क्या?  what is Ceres?
    सेरेस एक बौना ग्रह( Dwarf Planet)है ,जो कि मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच एस्टेरॉयड बेल्ट या क्षुद्रग्रहों की पेटी में पाया जाने वाला सबसे बड़ा पिंड है।जो अन्य Dwarf Planet के मुकाबले पृथ्वी के सबसे नजदीक है।


  सेरेस से संबंधित कुछ अहम जानकारियां जो आपको जरूर जाननी चाहिए।


   (1)   इसकी खोज खगोलविद Giuseppe Piazzi  ने 1 जनवरी 1801में किया था।
(2)  यह भी सूर्य की परिक्रमा करता है, सूर्य से सेरेस के बीच की दूरी 413700000 KM  है।
(3)इसका डायमीटर या व्यास  लगभग 950 KM है।
(4) सेरेस पृथ्वी के व्यास का 1/13 भाग तथा चंद्रमा के 27%भाग के बराबर है।

(5) परिक्रमा काल 1682 दिन या 4.6 वर्ष का है।
(6)दूरी ज्यादा होने के कारण तापमान -38 डिग्री सेल्सयस है।
(7) सेरेस का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का 3% ही है । 
   तो अगर आप वहां रहने की सोच रहे है। तो आप को लगभग धूल की तरह जमीन पे रहने के लिए अनन्या वाला struggle करना पड़ जाएगा। 

ये तस्वीर जिसमें आप सेरेस को देख सकते हैं चमकता नीला रंग Occator Crator है। 




अब आखिर Dwarf Planet बौने ग्रह होते क्या हैं ?

   Dwarf Planet  पूरी तरह से ग्रह की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता क्युकी इनका आकर बहुत छोटा होता है। 2006 में जब प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से हटा दिया गया तो इसी के जैसे अन्य छोटे पिंडो को   अब Asteroid  या क्षुद्रग्रह के श्रेणी में तो नहीं रखा जा सकता । इसलिए IAU (internation astronomical union) ने इनके अलग वर्गीकरण किये और इन्हे Dwarf Planet की श्रेणी   में रख दिया गया।

    इसके अनुसार-

 बौना ग्रह वह होता है जो -
   (1) सूर्य को केंद्र मानकर उसकी परिक्रमा करता है।

   (2) इनका  इतना तो द्रव्यमान होता है कि इनका स्वयं का गुरुत्वाकर्षण होता है ,जिससे ये खुद को लगभग गोलाकार आकार  में रखने में सक्षम हो पाते है।
   (3) इनका कोई उपग्रह नहीं होता। ना ही इनके आसपास पड़ोसी ग्रह होते हैं।



IAU (internation astronomical union) से मान्यताप्राप्त ज्ञात कुल 5 बौने ग्रह हैं। जिनमे से सबसे बड़ा प्लूटो तथा सबसे छोटा सेरेस है।  Ceres  इकलौता बौना ग्रह है जो कि एस्टेरॉयड बेल्ट  या क्षुद्रग्रहो की पेटी में पाया जाता है। बाकी के बौनेग्रह सौरमंडल के बाहरी छोर या कूपर बेल्ट में मौजूद हैं जो सूर्य से बहुत अधिक दूरी पर होते हैं।
साइज के अनुसार ये ज्ञात बौने ग्रह  इस प्रकार हैं-

(1) Pluto 

(2) Eris  

(3) Houmea 

(4)Make Make  

(5) ceres

नीचे एक तस्वीर है जिससे धरती के Reference में अन्य बौने ग्रह का आकार आप देख सकते हैं।

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